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22 Apr 2025, Tue

छोटी बहन के सर्टिफिकेट पर बड़ी बहन कर रही थी बिहार नियोजित शिक्षक की नौकरी, जाँच से हुआ खुलासा-जाने पूरी ख़बर

छोटी बहन के सर्टिफिकेट पर बड़ी बहन कर रही थी बिहार नियोजित शिक्षक की नौकरी, जाँच से हुआ खुलासा-जाने पूरी ख़बर

छोटी बहन के सर्टिफिकेट पर बड़ी बहन कर रही थी बिहार नियोजित शिक्षक की नौकरी

नौकरी पर सवाल……….. छोटी ने कहा बड़ी बहन ने मेरे शैक्षणिक प्रमाण पत्र पर पाई शिक्षिका की नौकरी- भितहा  प्रखंड में दो सगी बहनों के बीच शैक्षणिक प्रमाण पत्र को लेकर विवाद खड़ा हो गया है छोटी बहन अनीता गुप्ता का आरोप है कि उसकी बड़ी बहन मुन्नी गुप्ता ने उसके शैक्षणिक प्रमाण पत्र का इस्तेमाल कर शिक्षक नौकरी हासिल की है| वहीं मुन्नी गुप्ता का दावा है कि वही असली अनीता गुप्ता है और उनका नाम मुन्नी गुप्ता नहीं है

मुन्नी गुप्ता 2006 से प्राथमिक विद्यालय भगवानपुर वन में शिक्षक के पद पर कार्यरत है | उन्होंने कहा कि आरोप लगाने वाली महिला से उसका कोई संबंध नहीं है जबकि अनीता गुप्ता का कहना है कि उसकी बहन ने नौकरी दिलाने के नाम पर उसका शैक्षणिक प्रमाण पत्र ले लिया था और अब इसी के नाम पर नौकरी कर रही है | अनीता गुप्ता ने BDO को आवेदन देकर बड़ी बहन के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है|  मामला अब  प्रशासन के पास है और जांच जारी है|

बताया जाता है कि यूपी के पडरौना ब्लॉक से निर्गत पारिवारिक सूची में दोनों बहनों का नाम दर्ज है सेमरा गांव निवासी स्वर्गीय बैजनाथ गुप्ता की पारिवारिक सूची के अनुसार बड़ी बहन मुन्नी गुप्ता मंगली अनीता गुप्ता कुसुम और किरण के अलावा तीन भाइयों का नाम दर्ज है मां सुभावती देवी और पड़ोसियों के अनुसार मुन्नी गुप्ता की शादी 2001 में विद्या प्रखंड के खाप टोला निवासी शिव प्रसाद से हुई थी जबकि अनीता गुप्ता की शादी 2011 में कुशीनगर के हटा स्थित झालांगा गांव निवासी व रसिया से हुई अनीता गुप्ता के ससुराल के राशन कार्ड मतदाता सूची और आधार कार्ड में उसका नाम अनीता देवी दर्ज है|

Apply Now-बिहार कर्मचारी चयन आयोग के अंतर्गत  अर्थ एवं सांख्यिकी निदेशालय योजना एवं विकास विभाग बिहार, पटना के अंतर्गत अवर सांख्यिकी पदाधिकारी /प्रखंड सांख्यिकी पदाधिकारी  की भर्ती |

मायके की पारिवारिक सूची और लोगों के बयान से स्पष्ट है कि मुन्नी देवी और अनीता देवी सगी बहनें हैं लेकिन शैक्षणिक प्रमाण पत्र किसका है जांच का विषय है प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी कृष्णानंद राय ने बताया कि अनीता गुप्ता नाम की महिला ने आवेदन दिया है उसका आरोप है कि उसकी सगी बहन ने उसके शैक्षणिक प्रमाण पत्र का इस्तेमाल कर प्राथमिक विद्यालय भगवानपुर वन में नौकरी हासिल की है दस्तावेजों की मांग की गई है और वरीय अधिकारियों को जानकारी दे दी गई है।

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मुन्नी गुप्ता कैसे बनी अनीता गुप्ता शैक्षणिक प्रमाण पत्र को लेकर दोनों बहनों के दावे से शिक्षक महाकाव्य में हड़कंप मचा हुआ है अगर अनीता गुप्ता का दावा सही है तो नियोजन के समय मुन्नी गुप्ता को अनीता गुप्ता के नाम से आवासीय और जाति प्रमाण पत्र कैसे मिला यह जांच का विषय है विशेषज्ञों के अनुसार उसे समय पति के मतदाता सूची के आधार पर पत्नी की जाति और निवास प्रमाण पत्र आसानी से बन जात जाता था संभव है कि मुन्नी देवी ने अपने पति शिव प्रसाद के मतदाता सूची के आधार पर आवेदन किया हो और उसी के जरिए नियोजन की प्रक्रिया पूरी की गई हो हालांकि इसकी सच्चाई जहर जांच के बाद ही सामने आएगी|

बिहार में नियोजित शिक्षक की भर्ती कैसे होती थी ?

बिहार में नियोजित शिक्षक की भर्ती प्रक्रिया समय-समय पर बदलती रही है। 2006 में ‘नियोजित शिक्षक नियुक्ति नियमावली’ के तहत, बिना किसी प्रतियोगी परीक्षा के शिक्षकों की नियुक्ति की गई थी। इन शिक्षकों ने कोई परीक्षा या चयन प्रक्रिया नहीं दी थी जो उनकी योग्यता का मूल्यांकन करती हो।

हालांकि, वर्तमान में बिहार में शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में सुधार किया गया है। अब उम्मीदवारों को शिक्षक पात्रता परीक्षा (TET) उत्तीर्ण करनी होती है, जो उनकी योग्यता का मूल्यांकन करती है। TET उत्तीर्ण करने के बाद, उम्मीदवार सरकारी स्कूलों में शिक्षक पदों के लिए आवेदन करने के पात्र होते हैं।

इसके अलावा, बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) द्वारा आयोजित शिक्षक भर्ती परीक्षा (TRE) के माध्यम से भी शिक्षकों की नियुक्ति की जाती है। उम्मीदवारों को इस परीक्षा में शामिल होकर निर्धारित कट-ऑफ अंक प्राप्त करने होते हैं। आधिकारिक अधिसूचनाओं में रिक्तियों, आवेदन तिथियों, पात्रता मानदंड, परीक्षा पैटर्न और चयन प्रक्रिया की जानकारी प्रदान की जाती है।

By Admin

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